सूरज उपाध्याय संत कबीर नगर
मेंहदावल की ग्राम पंचायत हरपुर में मनरेगा घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है। यहां बिना काम कराए ही फर्जी भुगतान किया जा रहा है। महज 1000 की आबादी वाली इस ग्राम पंचायत में वित्तीय वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 में हर साल 1.5 करोड़ रुपये का मनरेगा कार्य दिखाया गया है। गांव में 700 मतदाता हैं और करीब 600 मनरेगा कार्ड बने हुए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां मनरेगा के सारे काम सिर्फ कागजों में होते हैं। वास्तविक काम ट्रैक्टर या डोलू से कराया जाता है। कई बार मशीनों से काम कराए जाने के वीडियो भी वायरल हुए हैं। लेकिन आर्थिक दबाव में मामले को दबा दिया जाता है। लालचंद गुप्ता की शिकायत पर टीएसी जांच कराई गई। 28 मार्च 2024 को टीएसी के मुख्य प्राविधिक परीक्षक एसपी सिंह ने जांच की। बौधरा मंदिर के पास बने अमृत सरोवर की जांच में बिना काम कराए भुगतान का मामला सामने आया है। सब कुछ जानते हुए भी संरक्षण : विकास खंड सूत्रों का दावा है कि बीडीओ राजेश कुमार श्रीवास्तव ने हरपुर में लोकायुक्त में भ्रष्टाचार की जांच की पुष्टि के बाद भी लगभग मनरेगा का 50 लाख रुपए की स्वीकृति कई बार में दे डाली। जांच कराऊंगा : इस पूरे मामले पर डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि जानकारी नही थी कल इस पूरे मामले की जानकारी लेता हू, और पूरे प्रकरण की जांच कराऊंगा