इरफान अली
वक्फ संशोधन बिल पर समाज में बनी भ्रांतियों को दूर करने के लिए सोमवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा वक्फ बोर्ड जन जागरण अभियान कार्यशाला हुई। इसमें कानून में हुए बदलावों के बारे में विस्तार से समझाया गया। कार्यकर्ताओं से इन बदलावों के बारे में गांव-गांव जाकर अल्पसंख्यक वर्ग तक सही जानकारी पहुंचाने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने कहा कि यूपीए सरकार की ओर से प्रस्तुत वक्फ संशोधन अधिनियम 2013 ने वक्फ बोर्ड की शक्तियों का विस्तार कर मनमाने ढंग से भूमि अधिग्रहण को सक्षम करके संपत्ति के अधिकारों को कमजोर कर दिया। इसमें पारदर्शिता की कमी और हितधारकों की चिंताओं को नजर अंदाज करने के साथ ही बिना किसी नियम कानून के फैसले किए गए।
इसके चलते इससे लाभान्वित होने वाला मूल वर्ग ही दूर हो गया। वक्फ बोर्ड और उनके माध्यम से नियंत्रित संपतियां भारत में इस्लामिक जीवन के महत्वपूर्ण अंग हैं। बताया कि 2018 की केंद्रीय वक्फ परिषद रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आठ लाख एकड़ से अधिक वक्फ संपत्ति है, जिसकी अनुमानित कीमत दस लाख करोड़ से अधिक है। विशिष्ट अतिथि अल्पसंख्यक बोर्ड के सदस्य हैदर अब्बास चांद ने कहा कि सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने-अपने मंडलों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के बारे में समाज के बीच जाकर चर्चा करें। इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक राजेश मिश्रा कार्यक्रम के अध्यक्ष समसुद्दीन अंसारी, जिला मंत्री अभिषेक जायसवाल, रोशन जमीर, एजाज अहमद, बरकत खान, नायाब आज़मी, मंडल अध्यक्ष पुनीत यादव, अवनीश चंद्र मिश्र, अभय सिंह, ब्रजेश धर दुबे, महिला मोर्चा अध्यक्ष मझौली बिना तिवारी, सीता देवी, त्रिपुणायक विश्वकर्मा, अमरदत्त यादव, विनय तिवारी, सुनील गुप्ता, राजेश कुशवाहा, रत्नेश मिश्रा, राजीव मिश्रा, ऋषि गुप्ता, आनंद गुप्ता, मुनमुन चौबे, मनोज चौरसिया, ऋषि मिश्रा, खुर्शीद आलम, गीता देवी, अशोक कुशवाहा, राकेश राजभर, शकीला खातून, प्रकाश पांडे, असलम अंसारी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन हाकिम सिंह ने किया।