तारिक
( पीलीभीत) इंसान अपनी जीवनदायिनी आक्सीजन को पेड़ों के माध्यम से खुद खत्म कर अपनी जिंदगी को लगातार खतरे की ओर ले जाने का कार्य कर रहा है सरकार लगातार लाखों रुपए खर्च कर उन पेड़ों को लगवा रही है जिससे अधिक आक्सीजन मिलती है लेकिन इंसान की जिंदगी के ठेकेदार लगातार हरे पेड़ काटने में लगे हैं हैरान करने वाली बात यह है कि यह ठेकेदार उन पेड़ों को काट रहे हैं जो अधिक आक्सीजन देते हैं और सरकार ऐसे पेड़ प्राथमिकता के आधार पर लगाए जाते हैं इन अवैध तरीके से हरे पेड़ काटे जाने की जानकारी मीडिया टीम ने वन विभाग को दी तो उन्होंने बताया की चार पेड़ों को ही काटने का आदेश दिया गया है लेकिन जब मौके पर देखा तो छ: पेड़ काटे गए थे और इन कटे पेड़ों में कोई भी सूखा या गिरा हुआ नहीं था सभी खड़े पेड़ काटे गए थे जब हल्का लेखपाल से जानकारी ली तो लेखपाल साहब ने लापरवाही से बताया की शायद नौ पेड़ काटने का आदेश दिया गया है सोचने बाली बात यह है कि मौके पर कोई अधिकारी उपस्थित नहीं था अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या योगी सरकार में सारे आदेश एसी में बैठकर दिये जाते हैं और फाइलों में कैद होकर रह जाते हैं या किसी आदेश की जांच भी की जाती है यह तो भविष्य पर निर्भर है अब देखना यह है कि इन अवैध तरीके से हरे पेड़ काटने बालों पर कार्यवाही कब होती है