इरफान अली
देवरिया,, 23 मई। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा बर्ड फ्लू (एच-5 एवियन इन्फ्लुएन्जा) को लेकर जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को अलर्ट मोड में कार्य करने तथा रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है कि जनपद में संचालित सभी पोल्ट्री फार्मों की अद्यतन सूची तैयार की जाए, जिसमें पक्षियों की संख्या, आपूर्ति के स्रोत तथा मुख्यालय से दूरी का स्पष्ट विवरण हो, जिससे आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके। जनपद स्तरीय टास्कफोर्स को सक्रिय कर किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने हेतु तैयार रहने को कहा गया है। पोल्ट्री इकाइयों, पोल्ट्री दुकानों, बाजारों, प्रवासी पक्षियों के ठहराव स्थलों, जलाशयों, वन क्षेत्रों तथा अंतर्राज्यीय सीमाओं से लगे क्षेत्रों में सघन सर्विलांस किया जाए। कुक्कुट पालकों से सतत संपर्क स्थापित कर पक्षियों में किसी भी बीमारी या अचानक मृत्यु की सूचना तत्काल विभाग को दी जाए।
जहां पोल्ट्री इकाइयों की संख्या अधिक है, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए। पक्षियों से वायरस की जांच हेतु सैम्पल (क्लोएकल स्वैब, ओरोफेरेन्जियल स्वैब, सीरम आदि) एकत्र कर निर्धारित प्रयोगशालाओं को भेजे जाएं एवं की गई कार्रवाई की जानकारी निदेशालय को ई-मेल द्वारा उपलब्ध कराई जाए। पशुपालन एवं वन विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय बनाए रखें ताकि किसी भी प्रकार की आकस्मिक पक्षी मृत्यु की स्थिति में समय रहते कार्रवाई की जा सके। पक्षियों के शवों का विच्छेदन न किया जाए। संक्रमण के स्थान से पक्षियों एवं मनुष्यों का परिगमन प्रतिबन्धित किया जाय। संदिग्ध रोगग्रस्त या मृत पक्षियों के सैम्पल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (NIHSAD), भोपाल भेजे जाएं और इसकी सूचना भारत सरकार को भी दी जाए। जिले में पक्षियों की आकस्मिक मृत्यु की सूचना मिलने पर मुख्य पशुचिकित्साधिकारी द्वारा मौके पर निरीक्षण किया जाए और पीपीई किट का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाए। बॉर्डर एरिया पर स्थित वेट मार्केट, वाटर बॉडीज, जंगली/प्रवासी पक्षियों के रहने के स्थान एवं अधिक संख्या में बत्तख पालन वाले क्षेत्र में सर्विलांस करने की विशेष आवश्यकता है।
प्रवासी पक्षी एवियन इंफ्यूएंजा बीमारी के संक्रमण को फैलाने में एक बड़ा रोल प्ले करते है। इन क्षेत्रों में जहां पर प्रवासी पक्षियों का शीतऋतु में आवागमन लगा रहता है, वहां पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है। आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई हेतु निदेशालय पर स्थापित कंट्रोल रूम से संपर्क किया जा सकता है, जिसके दूरभाष नंबर 0522-2741991 एवं 0522-2741992 हैं। इसके अतिरिक्त डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, अपर निदेशक ग्रेड-1 (कुक्कुट एवं अन्य विकास), मुख्यालय एवं स्टेट नोडल अधिकारी (बर्ड फ्लू) से मोबाइल नंबर 9412564412 पर संपर्क किया जा सकता है। देवरिया जिले में किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु राजकीय पशु चिकित्सालय, देवरिया सदर में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जिसके प्रभारी डॉ. उपेन्द्र कुमार सिंह (मोबाइल: 9415833790) हैं। इसके अतिरिक्त राज्य स्तर पर भी कंट्रोल रूम एवं नोडल अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शासन द्वारा पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। किसी भी प्रकार की शिथिलता कदापि न बरती जाय। समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त उपमुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी / पशुचिकित्सा अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत, जनपद देवरिया एवं समस्त अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका / नगर पंचायत, जनपद देवरिया को उक्त निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया गया है।