शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर
बढ़नी पचपेड़वा रोड स्थित मुकेश क्लिनिक & चाइल्ड केयर सेंटर पर संचालक डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि द्वारा क्लिनिक के आड़ में अबोर्शन कराया जाता है। मेरे द्वारा डमी पेशेंट का अटेंडेंट बनकर स्टिंग ऑपरेशन
किया गया। जहां पता चला कि क्लिनिक के नाम पर पूरा 22 बेंड का अस्पताल संचालित हो रहा है। संचालक डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि ने बताया कि हम सरकारी नौकरी इटवा में मेडिकल अफसर है। पूरे सिद्धार्थनगर में ना जाने ऐसे कितने फर्जी अस्पताल संचालित हो रहे है। ऐसे फर्जी अस्पतालों पर मरीज जाकर अपना जान गंवा देते हैं। एक दिन पुर्व में बांसी के एक फर्जी अस्पताल में आपरेशन के दौरान एक महिला की जान जा चुकी है। आए दिन कहीं ना कहीं ऐसे फर्जी अस्पतालों पर जाने जाती हैं। क्योंकि ऐसे फर्जी अस्पतालों के संचालक पैसे के लालच में बिना डिग्री वाले झोला छाप से आपरेशन करा देते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कोई फ़र्क ही नहीं पड़ता। अगर स्वास्थ्य विभाग के मुख्यचिकित्सा अधिकारी फर्ज़ी अस्पतालों पर एक अभियान चलाते तो शाय़द एक दिन पुर्व बांसी में जच्चा-बच्चा की जिंदगी बचा सकती थी।
बहुत बड़ा सवाल आखिर स्वास्थ्य विभाग का क्या है मजबूरी ?????
क्यों नहीं हो रहे हैं फर्जी अस्पतालों/पैथालॉजी/अल्ट्रासाउंड पर कार्रवाई ????
डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि क्लिनिक & चाइल्ड केयर सेंटर से हमारी डील की बाते।
रिपोर्टर : भैया हमारा घर सेमरा नेपाल है।हमको अबोर्शन करवाना है। बहुत दिक्कत है भईया।
संचालक डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि : कितने दिन का है…
रिपोर्टर : 18 अप्रैल को लास्ट डेट आया था…
संचालक डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि : लड़की कितने साल की है…
रिपोर्टर : 20 से 21 साल की है…
संचालक डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि : बात अपने तक रखिएगा
रिपोर्टर : ठीक है भैया बहुत कुछ सोच कर आए हैं…
संचालक डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि : ये काम शाम 7:00 तक होगा…
रिपोर्टर : कौन करेगा
संचालक डॉ मुकेश कुमार अग्रहरि : एक मैडम करेंगी….