जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीएमओ दफ्तर में छापा मारा अचानक अंदर का नजारा देकर रह गए हैरान दिया

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बागपत। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह उसे समय हैरान रह गए जब सीएमओ कार्यालय में 67 में से सीएमओ समेत 41 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। डीएम ने सभी कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है। सुबह औचक निरीक्षण करने पहुंचे
जिलाधिकारी ने प्रातः 10.17 बजे मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। अनुपस्थित पाए गए जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर महावीर सिंह समेत 12 डॉक्टर अनुपस्थित थे जिसमें डॉक्टर दीपा सिंह, डॉक्टर मुरली मनोहर भदोरिया ,डॉक्टर गजेंद्र ,डॉक्टर यशवीर, डॉक्टर मुकेश, डॉक्टर अजेंद्र मलिक, डॉक्टर रॉबिन चौधरी ,डॉक्टर सुमित कुमार, डॉक्टर पारुल कुमार व जिला मलेरिया अधिकारी सावित्री कुमारी सहित आदि अनुपस्थित रहे।

ये मिले अनुपस्थित सभी 12 डाॅक्टर के साथ-साथ एनएचएएम के 37 कर्मचारियों में से 18 कर्मचारी अनुपस्थित मिले, जबकि आउटसोर्सिंग के 18 कर्मचारियों में से 11 कर्मचारी अनुपस्थि मिले। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग में आठ कार्मिकों में से पांच कार्मिक अनुपस्थित पाए गए जिसमें से रमेश ,अंकिता, नेहा चौधरी ,निशांत बंसल सहित आदि अनुपस्थित गए। जिलाधिकारी ने प्रातः काल के निरीक्षण में कुल 46 कार्मिकों को अनुपस्थित पाए जाने पर उनका एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा शासन के निर्देश है कि समस्त अधिकारी, कर्मचारी 10 बजे तक अपने कार्यालय में अवश्य पहुंचे और अपने दायित्वों का सत्य निष्ठा ईमानदारी के साथ निर्वहन करें जिससे कि जनपद में दूर से आने वाले व्यक्तियों के जो कार्य हैं वे समय से हो सके। किसी आम जनमानस को सरकारी कार्यालय के अधिकारी के न होने से चक्कर काटने ना पड़े।

सोमवार को बनते हैं दिव्यांग प्रमाण पत्र
जिलाधिकारी ने कहा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रत्येक सोमवार को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं, जो शासन की प्राथमिकताओं में से एक महत्वपूर्ण कार्य है इसके बावजूद भी सोमवार का दिन होते हुए दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने वाली टीम भी अनुपस्थित मिली। यह कार्य के प्रति उदासीनता और लापरवाही को प्रदर्शित कर रही है।
शासन के निर्देशों के अवहेलना करने पर सभी डाक्टर व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यालय का समय-समय पर औचक निरीक्षण किए जाएंगे