मिश्रिख स्वास्थ्य केंद्र में भ्रष्टाचार का घुन,प्रखर श्रीवास्तव का नही छूट रहा मिश्रिख से कुर्सी का मोह,तीसरी बार बने अधीक्षक

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अभिषेक शुक्ला की रिपोर्ट

स्वास्थ्य केंद्र मिश्रिख में प्रखर श्रीवास्तव तीसरी बार बने सीएससी अधीक्षक प्रखर श्रीवास्तव का मिश्रिख सीएससी से नहीं भंग हो पा रहा मोह ऐसा क्या है मिश्रीख सीएससी की कुर्सी में जिसको प्रखर श्रीवास्तव छोड़ना नहीं चाहते लगातार ट्रांसफर होने के बावजूद भी जुगाड़ लगाकर तीसरी बार मिश्रिख सीएससी के अधीक्षक प्रखर श्रीवास्तव बने हुए हैं यदि मिश्रिख स्वास्थ्य केंद्र पर नजर डाली जाए तो शाम होते ही सीएससी मिश्रिख में सन्नाटा छा जाता है प्रखर श्रीवास्तव मिश्रिख में निवास नहीं करते हैं रात में सी एस सी पर मरीज को समुचित इलाज की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वॉय की ड्यूटी लगाकर सभी डॉक्टर सीएससी मिश्रिख से नदारत रहते हैं जब सीएससी अधीक्षक ही मिश्रिख स्वास्थ्य केंद्र पर रात्रि निवास नहीं करते तो अन्य डॉक्टरों पर वह कैसे दबाव बना पाएंगे

मिश्रिख सीएससी पर दलालों का बोलबाला है मरीज के पर्चे बाहर से लिखे जाते हैं मरीज को अंदर किसी भी प्रकार की कोई भी सरकारी सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती जांच से लेकर दवाई तक बाहर से लिखी जाती हैं जिस पर भारी भरकम कमीशन डॉक्टरों व सीएससी अधीक्षक को प्राप्त होता रहा है ।अधीक्षक प्रखर श्रीवास्तव मिश्रिख में तीसरी बार अधीक्षक बने हैं जबकि सूत्रों के हवाले से बताया जाता है कि यह अधीक्षक बनने की अहर्ता तक इनके पास नहीं है तो यह किन रसूखदारों की मेहरबानी के चलते लगातार मिश्रिख में अधीक्षक बने हुए हैं कुछ दिन पूर्व इनका मिश्रिख के ही एक डॉक्टर अधीक्षक आशीष वर्मा से विवाद हो गया था जिसको लेकर काफी गहमा गहमी हुई थी

जिसके चलते सीएससी अधीक्षक प्रखर श्रीवास्तव का ट्रांसफर भी खैराबाद कर दिया गया था परंतु सीएससी अधीक्षक ने खाऊ कमाऊ नीति के चलते अपना दोबारा ट्रांसफर खैराबाद से मिश्रिख कर लिया इसके उपरांत इनका ट्रांसफर यहां से फिर खैराबाद कर दिया गया था कुछ ही दिन बीते दोबारा प्रखर श्रीवास्तव ने अपना ट्रांसफर मिश्रिख सीएससी अधीक्षक के पद पर करा लिया।लेकिन प्रखर श्रीवास्तव के रहते मरीजों न तो समुचित इलाज ही मिल पाता है।और न ही समुचित सुविधा मिल पाती है जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे हुए हैं।अब देखना यह है मिश्रिख की जनता कब तक यह दंश झेलती है।