विपिन कुमार द्विवेदी

दोस्तपुर/ सुलतानपुर:-भारत देश में वैसे भी बहादुर बेटियों की कमी नहीं है हमारे देश में आज भी जहां बेटी का पैदा होना कहीं ना कहीं निराशा को दिखलाता है तो कहीं इन बेटियों को अभिशाप भी समझा जाता है तो कहीं पर इन बेटियों को मां बाप का बोझ समझा जाता है ऐसा इसलिए है कि जैसे-जैसे एक बेटी बड़ी होती है वैसे वैसे किसी भी मां-बाप की चिंता भी बढ़ती जाती है और हां चिंता तब तक खत्म नहीं होती है।

जब तक मां बाप अपने बेटी की शादी नहीं कर देते हैं और एक गरीब परिवार में बेटी का पैदा होना उसकी सबसे बड़ा अभिशाप समझा जाता है क्योंकि ऐसा सिर्फ दहेज रूपी दानव के कारण होता है जो कहीं ना कहीं हमारे समाज में बेटियों की जीवन के अंत का कारण भी बनता है और जब जब हमारी देश की बेटियां अपने मन में ठान लें तो वे सफलता की बुलंदियों को छूती है एवरेस्ट चोटी भी बेटियों की सफलता के आगे नतमस्तक दिखाई देता है।

तो आइए जानते हैं फौजी भगवानदीन यादव की बहादुर पत्नी इंद्रेश के बहादुरी के बारे में, क्या था मामला –

इंडियन आर्मी में तैनात फौजी भगवानदीन यादव पुत्र श्री राम यश यादव निवासी माझा कला थाना कैंट जनपद अयोध्या ने 2 जुलाई 2021 को सुल्तानपुर जनपद के दोस्तपुर थाने के गोपालपुर खुर्द के स्थानीय निवासी शिव शंकर यादव पुत्र श्री पति यादव से एक ट्रक UP 44 तहसील कादीपुर में जरिए शव के स्टांप पेपर बेचना मां में लिखित गवाहों के समक्ष शर्तों के तहत लिया था फौजी ने स्टांप की शर्तों के अनुसार गाड़ी के 177000 रुपए नगद व गाड़ी की बची हुई 41 किस्तों को रिफाइनेंस के जरिए वहन भी कर चुका था। लेकिन शिव शंकर यादव ने फौजी की ट्रक को मोरंग गिराने के बहाने अपने यहां वेथरा दोस्तपुर मंगवा कर जबरन धोखाधड़ी करते हुए खड़ा करवा लिया।

फौजी भगवानदीन की पत्नी इंद्रेश ने इसकी लिखित तहरीर दोस्तपुर थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर को दी लेकिन दोस्तपुर थाने में थानाध्यक्ष रहे श्यामसुंदर द्वारा कोई भी सुनवाई नहीं की गई। तब पीड़ित फौजी की पत्नी ने इसकी लिखित सूचना पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर को दी तब भी फौजी की पत्नी को थाने पर कई बार चक्कर लगाना पड़ा लेकिन एफ आई आर नहीं दर्ज किया गया।तब वह निराश होकर 156 / 3 के लिए जनपद न्यायालय सुल्तानपुर का रुख किया ,लेकिन वहां पर भी तारीख ही मिलती रही ।फौजी की पत्नी ने इसकी सूचना ऑनलाइन दर्ज किया व खुद मुख्यमंत्री के यहां भी दिया। लेकिन वह न्याय के लिए अधिकारियों और थाने का चक्कर लगाती रही।

इसके बाद सुल्तानपुर जनपद के नए कप्तान सोमेन वर्मा ने ऑनलाइन शिकायत को संज्ञान में लेते हुए 29 जून तक तत्काल एफ आई आर दर्ज करने के लिए दोस्तपुर थाने को आदेशित किया और कप्तान के द्वारा साथ में यह भी चेतावनी दी गई कि भविष्य में ऐसी गलतियां कदापि ना हो ।29 जून 2022 को दोस्तपुर के थाना अध्यक्ष द्वारा रात 10:00 बजे उक्त मामले में शिव शंकर यादव के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज हुआ, लेकिन अभी भी ट्रक पुलिस के द्वारा बरामद नहीं हो पाया था। और मामले की विवेचना चल ही रही है फौजी भगवानदीन वर्तमान समय में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात है परिवार में पत्नी इंद्रेश यादव और उसकी छोटी बेटी साथ में है इंद्रेश ने ट्रक वाहन में लगे फास्टटैग से उसकी बराबर लोकेशन पता करती रहती थी और उसकी यह मेहनत रंग भी लाई ,

कल दिनांक 7 जून गुरुवार 2022 को जैसे ही ट्रक बस्ती से रौनाही अयोध्या टोल प्लाजा के पास रात 11:30 बजे पहुंची, तो मुख वीरों के लोकेशन से फौजी की पत्नी ने टाटा फाइनेंसर को ट्रक के पहुंचने के बारे में सूचित किया, मौके पर पहुंचे फाइनेंसनरों ने ट्रक वाहन को अपने कब्जे में ले लिया। और ट्रक में नंबर प्लेट को निकाल कर चलाया जा रहा था मौके पर गाड़ी में भैंसें लदी हुई थीं वह जुबेर गंज बाजार के लिए जा रही थी गाड़ी नंबर UP 44- AT-0773 है लेकिन उक्त मौके पर नंबर प्लेट गाड़ी में नहीं लगा था । इंद्रेश के अनुसार गाड़ी ड्राइव करते समय तीन नंबर पर ग्रीस लगाकर 8 बना दिया जाता था फौजी की पत्नी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि शिव शंकर यादव ने किसी रिटायर्ड फौजी से 16 लाख में वाहन फिर से बेचने के लिए डील किया था और उसी को गाड़ी दिया था।

6 लाख शिव शंकर यादव ले भी चुका है और 10 लाख 10 जुलाई 2022 को रिटायर्ड फौजी देने वाला था यदि पूर्व थाना अध्यक्ष श्यामसुंदर के द्वारा इस मामले में तुरंत कार्रवाई की गई होती तो शायद दो फौजी इस तरह ठगी का शिकार नहीं होते। देश के जवानों को न्याय के लिए जब इतने दिन लग रहे हैं तो आम पब्लिक के साथ क्या होता होगा ?यह कानून व्यवस्था पर सोचने वाली बात है हमारे देश की पुलिस व्यवस्था पर सोचने वाली बात है! सूबे के मुख्यमंत्री लगातार जीरो टॉलरेंस की बात करते रहते हैं शायद नए कप्तान सोमेन वर्मा यदि इस मामले में संज्ञान न लिए होते f.i.r. 29 जून 2022 को ना दर्ज हुआ होता ,तो एक फौजी की गाढी कमाई धोखेबाज शिव शंकर द्वारा उड़ाई जाती और फौजी का परिवार गाड़ियों का फाइनेंस अदा करते -करते टूट जाता। देश की ऐसी बहादुर बेटियों को शत शत नमन।