घटना के कई माह बीत जाने के बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं नीलगाय के हत्यारे

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शायद स्थानीय कोतवाली पुलिस का अपरोक्ष रूप से प्राप्त है वरद हस्त।

अभिनव त्रिवेदी 
लहरपुर सीतापुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं भाजपा सरकार भले ही गोवंश को लेकर बेहद संवेदनशील हो लेकिन लहरपुर पुलिस प्रशासन उनकी संवेदनशीलता का किस तरह मजाक बना रहा है इसका अंदाजा आप सिर्फ इसी बात से लगा सकते हैं कि लगभग 4 माह पूर्व बीते 8 अप्रैल को कोतवाली इलाके के ग्राम सभा नौव्वापुर निवासी रामसेवक पुत्र तिवारी ने कोतवाली पुलिस को लिखित तहरीर देकर बताया कि गुरुवार 8 अप्रैल को शाम 4:00 बजे विशेष समुदाय के कुछ लोगों द्वारा नीलगाय का शिकार कर मार डाला गया।

शिकायतकर्ता रामसेवक द्वारा दी गई तहरीर में गांव के ही निवासी एकलाख खान, बद्दी खान उर्फ सलीम खान, इराक खान, अलीम खान पुत्र गण हफीज खान ने इसी गांव निवासी के खेत में जाल लगाकर नीलगाय को पकड़ा फिर जाल सहित बंधे हुए नीलगाय को अयूब के गन्ना के खेत में ले जाकर बड़ी निर्दयता पूर्वक तलवार व चाकू से गर्दन रेतकर मार डाला।

नीलगाय को खींच कर ले जाते हुए जब गांव वासियों ने देखा तो ग्रामीणों ने शोर मचा दिया जिस की आवाज सुनकर आसपास क्षेत्र के हजारों लोग एकत्र हो गए और घटना बड़ी ही संवेदनशील हो गई थी। जब तक गांव वासी अयूब के खेत तक पहुंचते तब तक उन लोगों ने बड़ी निर्ममता पूर्वक नीलगाय को मार डाला था।

गांव वासियों को आता देखकर नीलगाय के हत्यारे मौका पाकर फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो उन आरोपियों के साथ आधा दर्जन से अधिक लोग अन्य भी थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कोतवाली प्रभारी मनीष कुमार सिंह ने आरोपियों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा भी पंजीकृत कर लिया था।

किंतु 3 माह से भी काफी अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी उक्त घटना के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, और कोतवाली परिसर में भी बैठे देखे जा सकते हैं। पुलिस उस घटना की विवेचना अभी तक करने में जुटी है, किंतु इतनी गंभीर घटना के बावजूद अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होने से पुलिसिया कार्यवाही पर प्रश्न चिन्ह जरूर लग रहा है ? सूत्रों की माने तो वर्तमान कोतवाली प्रभारी राजीव सिंह से व अभियुक्त मिल भी चुके हैं

और उन सभी अभियुक्तों पर कोतवाल राजीव सिंह की आखिर विशेष कृपा दृष्टि क्यों बनी हुई है? जबकि इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक से लेकर पुलिस अधीक्षक तक इस घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने की कई बार निर्देश भी दे चुके हैं फिर भी लहरपुर कोतवाली पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती नजर आ रही।