अरविन्द कुमार

अमेठी। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत ’’हर घर तिरंगा’’ कार्यक्रम को सफल बनाये जाने हेतु शासनादेश में दी गयी विभिन्न गतिविधियों/कार्यवाही कराये जाने के दृष्टिगत विकास खण्ड स्तर पर प्रत्येक विकास खण्ड के लिये नोडल अधिकारी नामित किये गये है।

इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड के लिये नामित नोडल अधिकारियों में जिला समाज कल्याण अधिकारी को विकास खण्ड अमेठी, जिला कृषि अधिकारी को विकास खण्ड भेंटुआ, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी को विकास खण्ड भादर,

उप निदेशक कृषि को विकास खण्ड संग्रामपुर, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 को विकास खण्ड गौरीगंज, भूमि संरक्षण अधिकारी को विकास खण्ड शाहगढ़, जिला विकास अधिकारी को विकास खण्ड जामों, जिला कार्यक्रम अधिकारी आई0सी0डी0एस0 को विकास खण्ड मुसाफिरखाना, उपायुक्त (एन0आर0एल0एम0) को विकास खण्ड जगदीशपुर, जिला युवा कल्याण अधिकारी को विकास खण्ड बाजार शुकुल, जिला प्रोबेशन अधिकारी को विकास खण्ड तिलोई, जिला क्रीड़ा अधिकारी को विकास खण्ड सिंहपुर व जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को विकास खण्ड बहादुरपुर का दायित्व सौंपा गया है

कि हर घर तिरंगा हेतु झण्डा की सिलाई तथा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार झण्डा निर्माण हेतु आवश्यक सामग्री के प्रबन्ध की समीक्षा करते हुए जिला स्तरीय समिति को अवगत करायेंगे एवं नागरिकों को झण्डा फहराने की विधि तथा अन्य जानकारियों से स्पष्ट रूप से विकास खण्ड स्तर पर गठित समिति के माध्यम से अवगत कराया जाय जिसमें प्रत्येक नागरिक को अपने आवास/स्कूल तथा सरकारी कार्यालयों में झण्डा सम्मान के साथ झण्डा संहिता का अनुपालन करते हुए फहराना/लगाना है,

झण्डा फहराते समय सदैव केसरिया रंग की पट्टी झण्डे के ऊपर की तरफ होनी चाहिए, यदि सरकारी परिसर में झण्डे को सूर्योदय के उपरान्त ध्वजारोहण तथा सूर्यास्त के साथ ही सम्मान के साथ इसे उतारना चाहिए। उन्होंने बताया कि 11 से 17 अगस्त 2022 तक निजी आवासों एवं प्रतिष्ठानों पर झण्डे को उक्त समयावधि के उपरान्त आदर भाव के साथ उतार कर सुरक्षित रखा जायेगा, झण्डा उतारने के बाद किसी भी नागरिक के द्वारा इसे फेंका नही जायेगा व उसे सम्मान के साथ फोल्ड करके रखा जाना चाहिए।

इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि विशेष परिस्थितियों में झण्डा रात्रि में फहराया जा सकता है व हर घर पर झण्डा विधिवत् तरीके से लगाया जाना चाहिए। आधा झुका, फटा या कटा झण्डा लगाया जाना विषेध होगा।