पथराव और आगजनी का दिखा असर करवा चौथ पर भी नही खुल सकी दुकानें

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राम सहाय

सुलतानपुर सुहागिन महिलाये को व्रत में जरूरी खरीददारी को लेकर होना पड़ रहा परेशान बल्दीराय-वलीपुर क्षेत्र में बीते सोमवार को हुए दो समुदाय के बीच दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में हुए विवाद के कारण व्यापारी संघ ने बाजार बंदी को लागू किया है,जो वर्तमान में भी जारी है, संघ का मानना है जब तक उपद्रवियों को प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही व हमारी सुरक्षा व्यवस्था बेहतर तरीके से नही सुनिश्चित की जाएगी तब तक हम लोग दुकानें बंद रखेंगे।

वहीं इस का असर साफ तौर पर बाजार पर पड़ रहा है। आज करवाचौथ है, लेकिन सभी दुकानें बन्द होने की वजह से करवाचौथ में खरीदी नही हुई। बाजार में दूर दूर तक कोई नही दिखाई दे रहा शिवा पुलिसबल व पीएसी के जवानों के । सुहागिन महिला उपवास रखे है न तो उनको मिट्टी के सजावटी करवाँ मिल रहे है न पीतल, काँसे यहां तक कि कोई व्रत के लिए चढ़ाने का कोई समान मिल रहा न ही कोई सुविधा।

पतिव्रता महिलाओं का कहना है कि पति-पत्नी के प्रेम और विश्वास का पर्व करवा चौथ है। जहां पत्नियां अपने पति के लंबी उम्र की कामना के साथ निर्जला व्रत रखती हैं और चांद का दीदार कर व्रत खोलती हैं। सदियों से चली आ रही इस परंपरा को निभाने के लिए हर सुहागन के अपने सपने होते हैं और तैयारियां होती हैं। जिनके जरिए वो इस दिन को यादगार बनाना चाहती है।

पत्नियों की ही तरह पतियों की भी अपनी जीवन संगिनी को खास अहसास कराने की विशेष तैयारियां होती हैं कोई सरप्राइज उपहार देता है तो कोई कार्यालय से अवकाश लेकर पूरा दिन पत्नी के साथ बिताता है। अपने जीवन के ऐसे ही खास अहसास को पहली बार जीने वाले जोड़ों के लिए इस बार का करवा चौथ बहुत महत्व रखता है। लेकिन बाजार बंदी के हालात से नए जोड़ों को नुकसान हो रहा है सबके सपनो पर पानी पड़ा हुआ है।

पूर्व में कुछ ऐसा हुआ करता था बाजार का माहौल पूर्व में घरों से लेकर बाजार तक में करवा चौथ की रौनक बिखरी रहती थी। वहीं बाजार में भी करवा चौथ के लिए खास करवा, पूजा थाली, श्रृंगार, चूड़ियां नजर आती रही हैं। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है। सोमवार से दुकानें बंद कर दी गई है। बीते दिनों में हुई घटना को यहां पर जिक्र करते हुए बता दे कि
बीते सोमवार शाम विसर्जन शोभा यात्रा इब्राहीमपुर में एक समुदाय के धार्मिक स्थल के पास पहुंची थी कि डीजे बजाने को लेकर आपत्ति हुई। इसको लेकर ही कहा सुनी शुरू हुई और देखते ही देखते बवाल में बदल गई।

पथराव और आगजनी हुई जिसमें एक सिपाही समेत दर्जनों लोग घायल हुए। डीएम रवीश गुप्ता व एसपी सोमेन वर्मा ने मौके पर पहुंचे। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। इ्ब्राहिमपुर से यात्रा को रवाना कराया। बवाल की सूचना क्षेत्र में आग की तरफ फैल गई। काफी संख्या में लोग सड़क पर आ गए। शोभा यात्रा लेकर निकले लोग पारा बाजार पहुंचकर रुक गए और कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन करने लगे।

समझाने बुझाने का दौर चला। जब डीआईजी अयोध्या मौके पर पहुंचे तब जाकर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आई और विसर्जन यात्रा आगे बढ़ाई गई। पुलिस ने बताया की सभी घायल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं कुछ का इलाज अभी लखनऊ मेडिकल ट्रामा सेंटर में चल रहा है। क्षेत्र में कई जिलों की पुलिस बुला ली गई है। पीएसी भी पहुंच गई है। हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है।