तेज नारायण गुप्ता
जनपद कानपुर नगर घाटमपुर-चैत्र नवरात्रि के चतुर्थ दिवस पर दिन शनिवार को सायं घाटमपुर कस्बे के मां कुष्मांडा देवी मंदिर परिसर व सरोवर में मां के भक्तों ने दीप प्रज्वलित किए। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो आकाश के सभी तारे आज मंदिर परिसर में उतर आए हैं। दीपकों की रोशनी से मंदिर परिसर जगमगा रहा था। चैत्र नवरात्रि के इस मेले में घाटमपुर नगर के अलावा कानपुर,हमीरपुर, फतेहपुर,कानपुर देहात,समेत आसपास के जनपदो से आए हुए भक्तों ने मां के दरबार में प्रसाद चढ़ाया। माता रानी का चतुर्थ स्वरूप मां कुष्मांडा का है माना जाता है।

जब सृष्टि में चारों ओर अंधकार था और कोई जीव जंतु भी नहीं था। उसी समय मां ने सृष्टि की रचना की इसलिए ही मां के इस स्वरूप को कुष्मांडा के इस नाम से जाना जाता है। कहते हैं कि जो भक्त बिना लालच के मां कुष्मांडा की आराधना करता है तो सृष्टि में उनका कभी अमंगल नहीं होता जब-जब देवो पर कोई संकट आया तो मां ने ही उनको संकट से मुक्त किया मां ने कई राक्षसों का वध कर देवताओं और जीवों को उनके अत्याचार से मुक्ति दिलायी चैत्र नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने का बड़ा महत्व है।

मान्यता है कि व्रत के दौरान रोजाना अखंड ज्योति जलाने से घर पर मां की कृपा बनी रहती है।और मां का वास होता हैं। अखंड ज्योति के प्रकाश से नकारात्मक ऊर्जा घर से कोसों दूर रहती हैं। नवरात्रि के दीपदान मेले में भक्तों की भारी भीड़ के चलते पुलिस प्रशासन के द्वारा कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए। चप्पे-चप्पे से उनके द्वारा निगरानी की जा रही थी। व मंदिर परिसर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिससे सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की बिध्न उत्पन्न न हो।

दीपदान कार्यक्रम बुजुर्ग,युवक युवतियां, और महिलाएं उत्साह के साथ शामिल हुए। इस दौरान यहां पर पहुंची घाटमपुर विधायक सरोज कुरील ने दीप प्रज्वलित किया। जिसके बाद मंदिर परिसर में भक्तों ने दीप प्रज्वलित किए। दीपदान पर्व में भक्तों की सुविधा के विशेष इंतजाम किए गए। माइक के जरिए भक्तों को दिशा निर्देश भी दिए गए।